हरियाली तीज 2025: शुभ महूर्त व्रत विधि पूजन सामग्री व (कन्याओ व सुहागनो के लिए विशेष)

Rakesh Pal
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हरियाली तीज 2025: शुभ महूर्त व्रत विधि पूजन सामग्री व (कन्याओ व सुहागनो के लिए विशेष)
Highlights
  • हरियाली तीज 2025: Date और शुभ मुहूर्त
  • सुहागन महिलाओ के लिए व्रत विधि
  • हरियाली तीज का व्रत रखने का फल

हरियाली तीज 2025ः- हरियाली तीज को सिर्फ एक त्योहार ही नहीं माना जाता बल्कि यह सौभाग्य को बढ़ाने का दिन भी माना जाता है। सावन का महीना भगवान शिव को प्रिय है। इस पूरे माह में महादेव की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है। वैदिक पंचांग के अनुसार, सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर हरियाली तीज का पर्व मनाया जाता है। इस व्रत को सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र और कुंवारी कन्याएं मनचाहे जीवनसाथी के लिए करती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं हरियाली तीज व्रत की विधि, डेट, शुभ मुहूर्त और उपाय के बारे में।

 

जिन कन्याओ का विवाह नहीं हो पा रहा है या विवाह होने में अडचन आ रही है तो वे हरियाली तीज का व्रत रखे जो यह व्रत करते है विवाह में आने वाली सारी बाधाए समाप्त हो जाती है।

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों आदि पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए popularalert.com उत्तरदायी नहीं है।

हरियाली तीज 2025: Date और शुभ मुहूर्त

व्रत आरम्भ 26 जुलाई को रात 10 बजकर 41 मिनट
व्रत समापन27 जुलाई को रात 10 बजकर 41 मिनट

हरियाली तीज पर विशेष उपाय

वैवाहिक जीवन में खुशियों के आगमन के लिए हरियाली तीज के दिन महादेव और मां पार्वती की पूजा करें। प्रभु को नारियल चढ़ाएं। इस दौरान सच्चे मन से ‘ॐ सृष्टिकर्ता मम विवाह कुरु कुरु स्वाहा’ मंत्र का जप करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस उपाय को करने से महादेव प्रस्नन होते हैं और वैवाहिक जीवन हमेशा खुशहाल रहता है।
विवाह में आ रही बाधा को दूर करने के लिए हरियाली तीज के दिन महादेव की पूजा करें और शिवलिंग का अभिषेक करें।

सुहागन महिलाओ के लिए व्रत विधि

सुहागनो को उस दिन हरी साडी, हरी चूडी व 16 ऋंगार कर निर्जला व्रत रखना चाहिए जिन पतियो का कार्य आगे नहीं बढ रहा है तथा प्रमोशन नहीं हो रहा है और अगर पत्निया यह व्रत करती है तो उनके पति का बिजनेस बढेगा तथा शीघ्र प्रमोशन होगा। प्रत्येक सुहागन को इस दिन शाम को व्रत की कथा सुन कर मां पार्वती को पूरी सुहाग की सामग्री –मेहंदी, चूडी, काजल , कुमकुम , पायल , बिछिया अर्पण करना चाहिए ।

व्रत रखने की पूर्ण विधि

हरियाली तीज का व्रत कठिन है क्योकिं यह निर्जला व्रत है। इस दिन जल ग्रहण नहीं किया जाता है सुर्योदय से पहले उठ कर स्नान कर भोले नाथ पर जल चढा कर तथा मां पार्वती व शंकर भगवान के सामने संकल्प ले कि हम हरियाली तीज का व्रत रखने जा रहे है। हम निर्जला व्रत रखेगें । हे मां हमे यह आर्शीवाद दे कि यह व्रत हमारा पूर्ण हो जाए तथा शाम को फिर मंदिर जाकर देवी का पूजन करे व बाबा भोलेनाथ का पूजन कर बाबा से प्रार्थना करे कि जैसे आपने मां पार्वती के प्राप्त हुए वैसे ही हमे भी एक अच्छा पति प्राप्त हो । इसके बाद मा पार्वती से प्रार्थना करे कि जैसे आप के पति सदा शिव है वैसे ही मां आप मुझे आर्शीवाद दिजिए कि मेरे पति का कोई अहित ना कर सके। मेरे पति को यश, सम्मान , धन प्राप्त हो। इस दौरान ‘ॐ श्रीं वर प्रदाय श्री नमः‘ मंत्र का जप करें। मां पार्वती को सिंदूर अर्पित करें। साथ ही सुहाग की चीजों दान करें

हरियाली तीज का व्रत रखने का फल

जिन कन्याओ का विवाह नहीं हो पा रहा है या विवाह होने में अडचन आ रही है तो वे हरियाली तीज का व्रत रखे जो यह व्रत करते है विवाह में आने वाली सारी बाधाए समाप्त हो जाती है।

Disclaimer (अस्वीकरण)

यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों आदि पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए Popularalert.com उत्तरदायी नहीं है।

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